Monday, March 12, 2018

वक़्त भी कितना अजीब सा लगता है



एक पल में दुनिया आपके संग मुस्कुराएगी आपके ख़ुशी में,
अगले ही पल अलग नज़र आएगी आपके दुख में,

एक पल में लोगो के फ़रिश्ते होंगे उनके ज़रूरत में,
अगले ही पल अलग नज़र आते है वो आपके ज़रूरत में,

कितना अजीब है ना ये वक़्त भी ,
कभी ठहरता ही नहीं है ,
बस चलता जाता है अपने ही धुन में,
हाँ पर धुन आपकी हुई तो आप होंगे आसमान में,

कब तक साथ दोगे वीर दुनिया के झूठी हँसी में ,
खुश रहना सिख लो बस तुम अपने जहाँ में।



~वीर भद्र सांकृत्यायन
11-02-2018

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