ज़िंदगी ख़ूबसूरत है उसका रंग सब कहाँ पहचानें है,
मौत से जो डरते रहे है वो मौत को कहाँ जाने है,
मुस्कुराओ इतना कि सितारें भी खला से कह उठे,
तक़दीर के तहरीर को अपने तो बस यहीं पहचाने है।
~वीर भद्र सांकृत्यायन
मौत से जो डरते रहे है वो मौत को कहाँ जाने है,
मुस्कुराओ इतना कि सितारें भी खला से कह उठे,
तक़दीर के तहरीर को अपने तो बस यहीं पहचाने है।
~वीर भद्र सांकृत्यायन